आ छू ले आसमान को ज़मीन की तू आस न कर; हँसते हुए जी ले ये ज़िन्दगी खुशियों की तू तलाश न कर; ग़मों को कर दे दूर तेरी किस्मत भी बदलेगी; सीख ले तू मुस्कुराना हारने की तू परवाह न कर।
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आ छू ले आसमान को ज़मीन की तू आस न कर; हँसते हुए जी ले ये ज़िन्दगी खुशियों की तू तलाश न कर; ग़मों को कर दे दूर तेरी किस्मत भी बदलेगी; सीख ले तू मुस्कुराना हारने की तू परवाह न कर।
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