उमीदों की कश्ती को डुबोया नहीं करते; मंज़िल दूर हो तो थक कर रोया नहीं करते; रखते हैं जो दिल में उमीद कुछ पाने की; वो लोग ज़िंदगी में कुछ खोया नहीं करते।
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उमीदों की कश्ती को डुबोया नहीं करते; मंज़िल दूर हो तो थक कर रोया नहीं करते; रखते हैं जो दिल में उमीद कुछ पाने की; वो लोग ज़िंदगी में कुछ खोया नहीं करते।
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