खुशियां मिल ही जाएँगी एक दिन रोते-रोते ही सही; कमज़ोर दिल के हैं वो लोग जो हँसने की सोचते ही नहीं; पूरे होंगे हर वो ख्वाब जो देखे हैं अँधेरी रातों में; ना समझ हैं वो जो डर से पूरी रात सोते ही नहीं।
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खुशियां मिल ही जाएँगी एक दिन रोते-रोते ही सही; कमज़ोर दिल के हैं वो लोग जो हँसने की सोचते ही नहीं; पूरे होंगे हर वो ख्वाब जो देखे हैं अँधेरी रातों में; ना समझ हैं वो जो डर से पूरी रात सोते ही नहीं।
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