जब भी कोई विपत्ति आती है कायर को ही दहलाती है; सूरमा कभी नहीं विचलित होते एक क्षण नहीं धीरज खोते; विघ्नों को वो हैं गले लगाते काँटों में भी अपनी राह हैं बनाते।
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जब भी कोई विपत्ति आती है कायर को ही दहलाती है; सूरमा कभी नहीं विचलित होते एक क्षण नहीं धीरज खोते; विघ्नों को वो हैं गले लगाते काँटों में भी अपनी राह हैं बनाते।
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