जमीं से जुड़कर आसमां की बात करो; ख्वाब नहीं हक़ीक़त से मुलाक़ात करो; तूफ़ान से डरते हैं बुझदिल यारो; शेर-दिल बन कर मुसीबत से दो-दो हाथ करो।
Like (0) Dislike (0)
जमीं से जुड़कर आसमां की बात करो; ख्वाब नहीं हक़ीक़त से मुलाक़ात करो; तूफ़ान से डरते हैं बुझदिल यारो; शेर-दिल बन कर मुसीबत से दो-दो हाथ करो।
Your Comment