पलकों पे आँसुओं को कभी सजाना नहीं चाहिए; हर ज़ख़्म भरने के लिए दवा नहीं चाहिए; राहों को मंज़िलों से कभी दूर नहीं कर पाओगे; मुश्किलों को देख कभी हार मान बैठ जाना नहीं चाहिए।
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पलकों पे आँसुओं को कभी सजाना नहीं चाहिए; हर ज़ख़्म भरने के लिए दवा नहीं चाहिए; राहों को मंज़िलों से कभी दूर नहीं कर पाओगे; मुश्किलों को देख कभी हार मान बैठ जाना नहीं चाहिए।
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