जिस रंग में देखो उसे वो पर्दानशीं है; और उस पे ये पर्दा है कि पर्दा ही नहीं है; मुझ से कोई पूछे तेरे मिलने की अदायें; दुनिया तो यह कहती है कि मुमकिन ही नहीं है।

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