मुँह की बात सुने हर कोई दिल के दर्द को जाने कौन; आवाजों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन; सदियों सदियों वही तमाशा रस्ता रस्ता लम्बी खोज; लेकिन जब हम मिल जाते हैं खो जाता है जाने कौन।

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