मुझे ब्रेकअप की बस एक वजह चाहिए थी....
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और वो पगली टिफिन में मेरे लिए मैगी ले आई

रिश्वत भी नहीं लेता कम्बखत जान छोड़ने की; यह तेरा इश्क़ भी मुझे केजरीवाल लगता है!

रिश्वत भी नहीं लेता कमबख्त जान छोड़ने की; ये तेरा इश्क मुझे बहुत ईमानदार लगता है!

मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना; जरा से भी चूक हुई तो मोहब्बत हो जायेगी।

मुहब्बत के लिए इक ज़िंदगी कम पड़ गयी होगी; तभी तो सात जन्मों का खुदा ने कर दिया बंधन।

हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका; मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया।

दिल‬ खोल कर इन लम्हों को जी लो यारों,
जिंदगी‬ अपना ‪इतिहास‬ फिर नहीं दोहरायेगी!

री कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो की
लोग रोने लगे मेरे लिए तालियाँ बजाते बजाते

दिल के किसी कोने में अब कोई जगह नहीं ऐ सनम; कि तस्वीर हमने हर तरफ तेरी ही लगा रखी है।

कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीम-कश को; ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता।

तुम्हारे जिस्म की ख़ुश्बू गुलों से आती है,
ख़बर तक तुम्हारी अब दूसरों से आती है..

कितने तोहफे देती है ये मोहब्बत भी यार; दुःख अलग रुस्वाई अलग जुदाई अलग तन्हाई अलग।

उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है

मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं

मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो
दोस्तो..!!
रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे..!!