Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Dard Shayari
मैं जख्म जख्म हूँ जाकर मिलू
मैं जख्म जख्म हूँ जाकर मिलू
मैं जख्म जख्म हूँ जाकर मिलू कीससे ? नमक से तर कपडे यहाँ सब पहेने हुए हैं..
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
इन्सान घर बदलता है लिबास बदलता
तमाम उम्र चले उनके साथ हमसफर
वो मतलब से मिलते थे और
दिल में छिपी यादों से मैं
मोहब्बत ना सही मुकदमा ही कर
सुबह की पहली लोकल से रात
माँ बाप की सेवा सफलता कीसीढ़ी
अखलाक से ही पहेचान होती है
टूटे हुवे सपनो और रूठे हुवे
जीँदगी हो या शतरंज मजा तभी
Your Comment
Login
Your Comment