शायद फिर से वो तकदीर मिल जाए; जीवन का सबसे हसीं पल मिल जाए; चल फिर से बनायें सागर पे रेत का मकान; शायद वापिस अपना बचपन मिल जाए।
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शायद फिर से वो तकदीर मिल जाए; जीवन का सबसे हसीं पल मिल जाए; चल फिर से बनायें सागर पे रेत का मकान; शायद वापिस अपना बचपन मिल जाए।
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