सारी रात ना सोये हम; रातों को उठ कितना रोये हम; बस एक बार मेरा कसूर बता दे तू; कि इतना प्यार करके भी क्यों ना किसी के हुए हम!
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सारी रात ना सोये हम; रातों को उठ कितना रोये हम; बस एक बार मेरा कसूर बता दे तू; कि इतना प्यार करके भी क्यों ना किसी के हुए हम!
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