मैं काजोल की नक़ल क्यों करूँ मैं एक मिमिक्री आर्टिस्ट नहीं हूँ।
मैं काजोल की नक़ल क्यों करूँ मैं एक मिमिक्री आर्टिस्ट नहीं हूँ।
मैंने फ़िल्में हमेशा अजनबियों के बजाय दोस्तों के साथ ही की है।
ऐश्वर्या अभिषेक से बोली: मैं तुम्हारे बच्चन की माँ बनने वाली हूँ!
मैं किसी भी स्तर पर और कभी भी अपने करियर को लेकर अस्वस्त नहीं रहा।
अरिजीत सिंह भी आलू की तरह है जो आज-कल हर हिंदी फिल्म में मिल जाता है।
लगता है आज हर इच्छा पूरी हो गई; पर अब मज़ा देखो आज कोई इच्छा ही नहीं रही!
मैंने ऐसी बहुत सी फिल्में की हैं जो मुझे पता था कि फ्लॉप हो जायेंगी।
मुझे और अक्षय को अपनी डांसिंग उर्जा को एक साथ मिलाने में मजा आता है।
भारत में सिनेमा सुबह उठ कर ब्रश करने की तरह है। आप इससे बच नहीं सकते।
मैं उस पर गर्व करती हूँ जो कुछ मैं हूँ और मेरे लिए यही मायने रखता है।
जहाँ तक हिंदी फिल्मों का सवाल है कोलकाता अपेक्षाकृत बेरोज़गार है।
खबर: उत्तर भारत में शीत लहर आलिया भट्ट: क्यों मोदी लहर खतम हो गयी क्या?
मैं अपने बच्चों को नहीं सिखाता कि हिन्दू क्या है और मुस्लिम क्या है।
मेरे पास सिर्फ एक ही जीवन है और मैं इसे बेहद खुशनुमा बनाना चाहता हूँ।
मेरे लिए सफलता एक अच्छा इंसान बनना और लोगों से अच्छा व्यवहार करना है।