अर्ज़ किया है; इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं; कोई हँसता है तो कोई रोता है; पर दुनिया में सुखी वही होता है; जो शाम को दो पैग लगा कर सोता है।
Like (0) Dislike (0)
अर्ज़ किया है; इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं; कोई हँसता है तो कोई रोता है; पर दुनिया में सुखी वही होता है; जो शाम को दो पैग लगा कर सोता है।
Your Comment