ख़्वाबों के जहाँ से अब लौट आओ; हुई है सुबह अब जाग जाओ; चाँद-तारों को अब कह कर अलविदा; इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ। सुप्रभात!
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ख़्वाबों के जहाँ से अब लौट आओ; हुई है सुबह अब जाग जाओ; चाँद-तारों को अब कह कर अलविदा; इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ। सुप्रभात!
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