हर सपने को अपनी साँसों में रखो; हर मंजिल को अपनी बाहों में रखो; हर जीत आपकी है; बस अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखो। सुप्रभात!
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हर सपने को अपनी साँसों में रखो; हर मंजिल को अपनी बाहों में रखो; हर जीत आपकी है; बस अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखो। सुप्रभात!
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