हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे; रब तेरे ग़म को तेरी ख़ुशी कर दे; जब भी टूटने लगें तेरी साँसें; खुदा तुझमे शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे। सुप्रभात!
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हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे; रब तेरे ग़म को तेरी ख़ुशी कर दे; जब भी टूटने लगें तेरी साँसें; खुदा तुझमे शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे। सुप्रभात!
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