कभी तो सोच तेरे सामने नहीं गुज़रे; वो सब समय जो तेरे ध्यान से नहीं गुज़रे; ये और बात है कि उनके दरमियाँ मैं भी; ये वाकिये किसी तकरीब से नहीं गुज़रे।
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कभी तो सोच तेरे सामने नहीं गुज़रे; वो सब समय जो तेरे ध्यान से नहीं गुज़रे; ये और बात है कि उनके दरमियाँ मैं भी; ये वाकिये किसी तकरीब से नहीं गुज़रे।
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