Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Husan Shayari
मेरी काबिलियत को तुम क्या परखोगे
मेरी काबिलियत को तुम क्या परखोगे
मेरी काबिलियत को तुम क्या परखोगे ए गालिब
इतनी छोटी सी उमर मेँ ही लाखो दुश्मन बना रखे हैं
Like
(
15
)
Dislike
(
3
)
Share
Related Post
ज़िन्दगी तुझसे हर कदम पर समझौता
ये नक़ाब तुम्हारे झुठ का उतरेगा
ऐ खुदा मेंरी किस्मत से खेलना
हमारा तर्जुबा हमें ये भी सिखाता
यूँ खाली पलकें झुका देने से
मैं थोड़ी देर तक बैठा रहा
न जाने क्योेें कोसते हैं लोग
आइना है ये जिंदगी मेरे दोस्ततू
टूटे हुवे सपनो और रूठे हुवे
वक्त के तराजू में अब किसे
Your Comment
Login
Your Comment