Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Husan Shayari
गिलेसिकवे में उलझ कर रह गयी
गिलेसिकवे में उलझ कर रह गयी
गिले-सिकवे में उलझ कर रह गयी मौहब्बत अपनी
समझ में नही आता मौहब्बत चल रही थी या कोई मुकदमा
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
लोग तो लिखते रहे मेरी पर
आज भी लोग हमारी इतनी इज्जत
वफ़ा किसी पे फ़र्ज़ तो नहीं
मोहब्बत करने से फुरसत नहीं मिली
माना की तेरे प्यार का में
यहाँ जीना है तो नींद में
अपनी आदतों के अनुसार चलने में
किन चिरागों की बात करते होसब
मैं खुल के हँस तो रहा
लड़कियां भले ही आईफोन 6 ले
Your Comment
Login
Your Comment