युँ न आजमाया करो मेरी दोस्ती-ए-वफा को साहिबां
चाहे जिस तराजू में तौलकर देख लो पलड़ा अपनी ओर ही झुकता नज़र आएगा
Like (0) Dislike (0)
युँ न आजमाया करो मेरी दोस्ती-ए-वफा को साहिबां
चाहे जिस तराजू में तौलकर देख लो पलड़ा अपनी ओर ही झुकता नज़र आएगा
Your Comment