खिंच चुके है मासूम जो नकाब चेहरों से खुद ही गिर जाएँगे एक दिन
न बेकार समय गँवा कुछ सच्चे चेहरे तलाश
खिंच चुके है मासूम जो नकाब चेहरों से खुद ही गिर जाएँगे एक दिन
न बेकार समय गँवा कुछ सच्चे चेहरे तलाश
मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे
मंजुर है ,,लेकिन धोखा देने वालों को मै
दुबारा मौका नही देता .
सिर्फ एक बार आओ हमारे दिल की सल्तनत में
अपना मुकाम देखने..
फिर लौटने का ईरादा हम तुम पर छोड़ देँगे.!!
गरीब -अज़ीब कश्मकश हैं
अंदर सोने जाओ तो भूकंप का डर
बाहर सोने जाओ तो सलमान का डर
सोये तो सोये कहाँ
नैनो के काजल से महकों की बहार से
इस गुल-ए-गुलज़ार से दिल के हर तार से
बड़े ही प्यार से कहते हैं आपको
सुबह से दौड रही हैं चाकु लेकर पगली मेरे पिछे
मैँने तो मजाक में कहा था दिल चिर के देख तेरा ही नाम होगा
इतना ही ग़ुरुर था तो मुकाबला इश्क का करती
ऐ बेवफा
हुस्न पर क्या इतराना जिसकी औकात ही बिस्तर तक हो
अपनी आदतों के अनुसार चलने में इतनी गलतिया नहीं होतीं
जितनी दुनिया का लिहाज रखकर चलने में होती हैं
मोबाइल में फ्रंट कैमरा ऑन करके
5-10 मिनट अपने चेहरे को हर एंगल से निहारना भी एक उच्च कोटी का टाइमपास है
सुनो तुम लाख जतन कर लो मुझे भूलने की पर मैं
तुम्हारी हृदय के एक कोने में बैठा मुस्कुराता ही मिलूंगा
मैने उसके नरम होठो को चुमने की इजाज़त माँगी
वो अपने होठ करीब लाकर बोली पागल प्यार मेँ इजाज़त नही होती
वो भी शौकीन हैं इतने कि गूगल पर हमारी शायरी ढूंढते हैं
उनको लगता है कि जज्बात भी बाजार में बिकते हैं
न कर चाह ए दोस्त सुनने को दास्तान ए इश्क़ मेरी
क़तरा क़तरा बिखर जायेगा ज़ुर्रत जो बताने की मैंने कर डाली
मैं तो फ़ना हो जाता हूँ अपनी आँखों में उनका अक्स देखकर
वोह ना जाने कैसे अपनी आँखे आईने में देखती होगी
जिस जिस ने मुहब्बत में अपने महबूब को खुदा कर दिया
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए उनको जुदा कर दिया