दुनिया जिसे नींद कहती है; जाने वो क्या चीज होती है; आँखे तो हम भी बंद करते है; पर वो आपसे मिलने की तरकीब होती है।
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दुनिया जिसे नींद कहती है; जाने वो क्या चीज होती है; आँखे तो हम भी बंद करते है; पर वो आपसे मिलने की तरकीब होती है।
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