एक ख़ुशी की चाह में हर ख़ुशी से दूर हुए हम; किसी से कुछ कह भी ना सके इतने मज़बूर हुए हम; ना आई उन्हें निभानी वफ़ा इस दौर-ए-इश्क़ में; और ज़माने की नज़र में बेवफ़ा के नाम से मशहूर हुए हम।
Like (1) Dislike (0)
एक ख़ुशी की चाह में हर ख़ुशी से दूर हुए हम; किसी से कुछ कह भी ना सके इतने मज़बूर हुए हम; ना आई उन्हें निभानी वफ़ा इस दौर-ए-इश्क़ में; और ज़माने की नज़र में बेवफ़ा के नाम से मशहूर हुए हम।
Your Comment