Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Life Shayari
शबएइंतज़ार आखिर कभी होगी मुख़्तसर भीये
शबएइंतज़ार आखिर कभी होगी मुख़्तसर भीये
शब-ए-इंतज़ार आखिर कभी होगी मुख़्तसर भी
ये चिराग बुझ रहे हैं मेरे साथ जलते जलते
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
उनको डर है कि हम उन
रोशनी में कमी आ जाए तोह
बहुत बिके आज महंगे गुलाब बाजारों
मूझे उसकी ये नादान अदा बहुत
सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगरइन
शुक्रिया आपका जो सिर्फ दिल तोड़
मेरी बहादुरी के किस्से मशहुर थे
वह कितना मेहरबान था कि हज़ारों
दिल मे एक शोर सा हो
क्या बताऊँ मेरा हाल कैसा है;
Your Comment
Login
Your Comment