कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं; इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं; झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी; इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं।
Like (4) Dislike (0)
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं; इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं; झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी; इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं।
Your Comment