कभी दूर जा के रोये कभी पास आके रोये; हमें रुलाने वाले हमें रुला के रोये; मरने को तो मरते हैं सभी यारों; पर मरने का तो मजा ही तब है; जो दुश्मन भी जनाजे पे आ के रोये।
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कभी दूर जा के रोये कभी पास आके रोये; हमें रुलाने वाले हमें रुला के रोये; मरने को तो मरते हैं सभी यारों; पर मरने का तो मजा ही तब है; जो दुश्मन भी जनाजे पे आ के रोये।
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