Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Love Shayari
गुलाम हूँ अपने घर के संस्कारो
गुलाम हूँ अपने घर के संस्कारो
गुलाम हूँ अपने घर के संस्कारो का वरना
लोगो को उनकी औकात दिखाने का हुनर आज भी रखता हूँ
Like
(
0
)
Dislike
(
0
)
Share
Related Post
एक दूसरे से बिछड़ के हम
अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी
जिनके दिल पे लगती है चोट
लडकी तो बहुत सी पट जाती
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार
देखी जो नब्ज मेरी हँस कर
मन्या की ह्ले यार तेरा STAR
चलो मान लिया हमें मोहब्त करना
रोने की सज़ा न रुलाने की
भरी बरसात में उड़ के दिखा
Your Comment
Login
Your Comment