तड़पते हैं न रोते हैं न हम फ़रियाद करते हैं; सनम की याद में हर-दम ख़ुदा को याद करते हैं; उन्हीं के इश्क़ में हम नाला-ओ-फ़रियाद करते हैं; इलाही देखिये किस दिन हमें वो याद करते हैं।

Your Comment Comment Head Icon

Login