दोस्ती एक किताब है जो कितनी भी पुरानी हो जाए; पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बिगड़ेंगे! कभी याद आये तो पन्ना पलटकर देखना; हमारे दिल के रिश्ते के तार भी वैसे ही कायम मिलेंगे!
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दोस्ती एक किताब है जो कितनी भी पुरानी हो जाए; पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बिगड़ेंगे! कभी याद आये तो पन्ना पलटकर देखना; हमारे दिल के रिश्ते के तार भी वैसे ही कायम मिलेंगे!
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