सफ़र मोहब्बत का चलता रहे; सूरज हर शाम ढलता रहे; कभी न ढलेगी अपनी दोस्ती की सुबह; चाहे हर रिश्ता रंग बदलता रहे!
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सफ़र मोहब्बत का चलता रहे; सूरज हर शाम ढलता रहे; कभी न ढलेगी अपनी दोस्ती की सुबह; चाहे हर रिश्ता रंग बदलता रहे!
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