सालों बाद ना जाने क्या समय होगा;हम सब दोस्तों में से ना जाने कौन कहाँ होगा;फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्वाबों में;जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में।
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सालों बाद ना जाने क्या समय होगा;हम सब दोस्तों में से ना जाने कौन कहाँ होगा;फिर मिलना हुआ तो मिलेंगे ख्वाबों में;जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में।
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