जाने क्या अंजाम होगा आजकल के इश्क़ का
लडकिया हर दूसरे लड़के में वफ़ा ढूंढ़ती है और लड़के हर गली में रूम
जाने क्या अंजाम होगा आजकल के इश्क़ का
लडकिया हर दूसरे लड़के में वफ़ा ढूंढ़ती है और लड़के हर गली में रूम
खुदा ने मुझे बहुत वफ़ादार दोस्तों से नवाज़ा है; क्योंकि याद अगर मैं ना करूँ तो कोशिश वो भी नहीं करते।
हाल पूछ लेने से कौन सा हाल ठीक हो जाता है
बस तसल्ली हो जाती हे
कि इस भीड़ भरी दुनिया में कोई अपना भी है
सोचो अगर हम आपके दोस्त ना होते तो क्या होता? देखा कितना खाली-खाली लगता है; इसलिए कहता हूँ मुझे मत खोना।
ना आसमान से टपकाए गये हो; न ऊपर से गिराए गए हो; कहाँ मिलते हैं आप जैसे दोस्त; आप तो ऑर्डर देकर बनवाये गए हो।
दोस्ती वो नहीं जो हम एक साल में; कितनों से करते हैं; दोस्ती तो वो है जो हम किसी एक से; कितने सालों तक रखते हैं।
थोड़ा ख्वाब थोड़ी हकीकत हो तुम; दोस्त की हर जरुरत हो तुम; जिसे हर रोज sms करने पड़ें; यार वो अजीब मुसीबत हो तुम।
भगवान कहते हैं कि तुम किसी का कुछ ना बिगाड़ो; ऐ दोस्त तुम निश्चिन्त रहो मैं तुम्हारा कुछ बिगड़ने नहीं दूंगा।
लोगों को कहते सुना अक्सर; ज़िंदा रहे तो फिर मिलेंगे; मगर इस दिल ने महसूस किया है; मिलते रहेंगे तो ज़िंदा रहेंगे।
हम शतरंज नही खेलते क्योंकि... दुश्मनों की हमारे सामने बैठने की औकात नहीं और दोस्तों के सामने हम चाल नही चलते।
दिन हुआ है तो रात भी होगी हो मत उदास कभी बात भी होगी
इतने प्यार से दोस्ती की है जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी
युँ न आजमाया करो मेरी दोस्ती-ए-वफा को साहिबां
चाहे जिस तराजू में तौलकर देख लो पलड़ा अपनी ओर ही झुकता नज़र आएगा
क्यों इतना वक़्त गुज़ारते हो देखते हुए खुद को आईने में
कुछ वक़्त बैठो मेरे सामने खूबसूरत हो जाओगे सही माईने में..
दिल में आशाएं बहुत हैं; जिंदगी में दुःख बहुत हैं; कब की मार डालती ये दुनिया हमें; पर दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है।
सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती न करेंगे किसी से वादा; दोस्त मिला इतना प्यारा अब तमाम उम्र दोस्ती निभाने का इरादा।