चाहे धरती घूमना भूल जाये; सूरज निकलना भूल जाये; पंछी उड़ना भूल जाये; ये दिल धड़कना भूल जाये; पर मेरे दोस्त इस शुभ दिन को मैं कभी नहीं भूलूंगा; जन्मदिन मुबारक मेरे दोस्त।
Like (0) Dislike (0)
चाहे धरती घूमना भूल जाये; सूरज निकलना भूल जाये; पंछी उड़ना भूल जाये; ये दिल धड़कना भूल जाये; पर मेरे दोस्त इस शुभ दिन को मैं कभी नहीं भूलूंगा; जन्मदिन मुबारक मेरे दोस्त।
Your Comment