अगर तलाश करूँ... अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जायेगा; मगर तुम्हारी तरह कौन मुझे चाहेगा; तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा; मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लायेगा; ना जाने कब तेरे दिल पर नई सी दस्तक हो; मकान ख़ाली हुआ है तो कोई आयेगा; मैं अपनी राह में दीवार बन के बैठा हूँ; अगर वो आया तो किस रास्ते से आयेगा; तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है; तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सतायेगा।

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