आपको देख कर... आपको देख कर देखता रह गया; क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया; आते-आते मेरा नाम-सा रह गया; उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया; वो मेरे सामने ही गया और मैं; रास्ते की तरह देखता रह गया; झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये; और मैं था कि सच बोलता रह गया; आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे; ये दिया कैसे जलता हुआ रह गया।

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