तेरा ख़याल दिल से... तेरा ख़याल दिल से मिटाया नहीं अभी; बेदर्द मैं ने तुझ को भुलाया नहीं अभी; कल तूने मुस्कुरा के जलाया था ख़ुद जिसे; सीने का वो चराग़ बुझाया नहीं अभी; गदर्न को आज भी तेरे बाहों की याद है; चौखट से तेरी सर को उठाया नहीं अभी; बेहोश होके जल्द तुझे होश आ गया; मैं बदनसीब होश में आया नहीं अभी।
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