बहुत महंगे किराए.... बहुत महंगे किराए के मकाँ से; चलो आओ चलें अब इस जहां से; यूँ ही तुम थामे रहना हाथ मेरा; हमे जाना है आगे आसमां से; ये तुम ही हो मेरे हमराह वरना; मेरे पैरों में दम आया कहाँ से; मेरी आँखों से क्या ज़ाहिर नहीं था; मैं तेरा नाम क्या लेता जुबां से।

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