कितना अजीब अपनी जिन्दगी का सफर निकला
सारे जहाँ का दर्द अपना मुकद्दर निकला
जिस के नाम अपनी जिन्दगी का हर लम्हा कर दिया
अफसोस वही हमारी चाहत से बेखबर निकला
Like (0) Dislike (0)
कितना अजीब अपनी जिन्दगी का सफर निकला
सारे जहाँ का दर्द अपना मुकद्दर निकला
जिस के नाम अपनी जिन्दगी का हर लम्हा कर दिया
अफसोस वही हमारी चाहत से बेखबर निकला
Your Comment