भूकंप के बारे में दो पंक्तियां
नाज़ बहुत था अपनी तरक़्क़ी पर लोगो को
क़ुदरत की एक झपकी ने औक़ात बता दी !!
ये जलजले यूँ ही बे सबब नहीं आते
ज़रूर ज़मीन के नीचे कोई दीवाना तड़पता होगा
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भूकंप के बारे में दो पंक्तियां
नाज़ बहुत था अपनी तरक़्क़ी पर लोगो को
क़ुदरत की एक झपकी ने औक़ात बता दी !!
ये जलजले यूँ ही बे सबब नहीं आते
ज़रूर ज़मीन के नीचे कोई दीवाना तड़पता होगा
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