शहर अगर तलब करे तुम से इलाज-ए-तीरगी; साहिब-ए-इख़्तियार हो आग लगा दिया करो। अनुवाद: इलाज-ए-तीरगी = अंधेरे के लिए इलाज साहिब-ए-इख़्तियार = अधिकारिक व्यक्ति
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शहर अगर तलब करे तुम से इलाज-ए-तीरगी; साहिब-ए-इख़्तियार हो आग लगा दिया करो। अनुवाद: इलाज-ए-तीरगी = अंधेरे के लिए इलाज साहिब-ए-इख़्तियार = अधिकारिक व्यक्ति
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