इंसान के अंदर जो समा के रहे वो स्वाभिमान ; और जो बाहर छलके वो अभिमान ।

बुरे दिनों का एक अच्छा फायदा है; . .. ... अच्छे - अच्छे दोस्त परखे जातें हैं!

सशक्त लोग दूसरों को नीचे नहीं गिराते बल्कि उन्हें और ऊपर उठाते हैं।

शक्ति का गलत प्रयोग अत्याचारी और पीड़ित दोनों को पराजित कर देता है।

शब्द मुफ्त मिलते हैं आप जिस तरह उपयोग करें वैसी कीमत चुकानी पड़ती है।

आपकी मर्जी के बिना कोई भी आपको तुच्छ होने का अहसास नहीं करवा सकता है।

सिर्फ उन लोगों को अपने चारों ओर इकट्ठा करें जो आप को और ऊपर ले जा पाएँ।

सत्य एक हजार अलग अलग तरीकों से कहा जा सकता है फिर भी हर एक सच हो सकता है।

यदि आप दृढ संकल्प और पूर्णता के साथ काम करेंगे तो सफलता ज़रूर मिलेगी।

आदमी की कीमत उसकी सूरत से नहीं बल्कि सीरत यानि गुणों से लगानी चाहिये।

बुरा वक़्त कभी भी बताकर नहीं आता मगर सीखाकर और समझाकर बहुत कुछ जाता है।

सबसे अधिक ज्ञानी वही है जो अपनी कमियों को समझकर उनका सुधार कर सकता हो।

युवावस्था आवेशमय होती है वह क्रोध से आग हो जाती है तो करुणा से पानी भी।

कौन देता है उम्र भर का सहारा। लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं।

किसी को धोखा ना दें क्योंकि यह आदत बन जाती है और फिर आदत से व्यक्तित्व।