इश्क़ किया तुझसे मेरे ऐतबार ही हद्द थी; इश्क़ में दे दी जान मेरे प्यार की हद्द थी; मरने के बाद भी खुली थी आँखें; यह मेरे इंतज़ार की हद्द थी।
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इश्क़ किया तुझसे मेरे ऐतबार ही हद्द थी; इश्क़ में दे दी जान मेरे प्यार की हद्द थी; मरने के बाद भी खुली थी आँखें; यह मेरे इंतज़ार की हद्द थी।
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