आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में; बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में; मगर ये दिलरुबा नहीं समझती; वो तो पानी-पूरी खाती फिरती है बाजार में!
Like (1) Dislike (0)
आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में; बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में; मगर ये दिलरुबा नहीं समझती; वो तो पानी-पूरी खाती फिरती है बाजार में!
Your Comment