उम्मीदों की समां दिल में मत जलाना; इस जहां से अलग दुनिया मत बसाना; आज बस मूड में था तो मैसेज कर दिया; पर रोज इंतज़ार में पलके मत बिछाना।
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उम्मीदों की समां दिल में मत जलाना; इस जहां से अलग दुनिया मत बसाना; आज बस मूड में था तो मैसेज कर दिया; पर रोज इंतज़ार में पलके मत बिछाना।
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