साँस रोक कर तुझे छूने की कवायद और हल्का सा छू कर ख़ुशी खुशी लौट आना जैसे सारा जहाँ जीत लिया . . . . . . . . . . . . . रोमांटिक शायरी नही है कब्बडी की परिभाषा है। फिर से पढों समझ आएगा मोहब्बत के मरीज़ो।
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साँस रोक कर तुझे छूने की कवायद और हल्का सा छू कर ख़ुशी खुशी लौट आना जैसे सारा जहाँ जीत लिया . . . . . . . . . . . . . रोमांटिक शायरी नही है कब्बडी की परिभाषा है। फिर से पढों समझ आएगा मोहब्बत के मरीज़ो।
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