हर किसी के नसीब में सच्चा प्यार नहीं होता; सब किस्मत का खेल है किसी का कोई दोष नहीं होता; मेरे नसीब में सिर्फ तड़प जुदाई और नफरत ही बची है अब खुश रह नहीं होता।
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हर किसी के नसीब में सच्चा प्यार नहीं होता; सब किस्मत का खेल है किसी का कोई दोष नहीं होता; मेरे नसीब में सिर्फ तड़प जुदाई और नफरत ही बची है अब खुश रह नहीं होता।
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