Home
Aapka Swagat Hai
Shayari Bazar
Mai
Toggle navigation
Menu
English
Punjabi
Hindi
Urdu
Haryanvi
Two-lines
Riddles
Sms
Facebook Status
Jokes
Quotes
Catholic
Home
Hindi
Jeoulousy Shayari
बैठूं जैसे बैठे ऊँठ; चलूँ तो
बैठूं जैसे बैठे ऊँठ; चलूँ तो
बैठूं जैसे बैठे ऊँठ; चलूँ तो जैसे चले हिरन; बूझ सको तो जल्दी बूझ; नहीं तो मैं चला तू तारे गिण।
Like
(
0
)
Dislike
(
1
)
Share
Related Post
प्रथम कटे तो पानी बने; मध्य
पानी से निकला पेड़ एक; पात
दो हवाई जहाज़ हैं। एक 600
किस महीने में लोग सबसे कम
पढ़ने में लिखने में दोनों में
गर्मी में तुम मुझको खाते; मुझको
अगर एक मुर्गा सुबह अंडा देता
न भोजन खाता न वेतन लेता;
तुम न बुलाओ मैं आ जाऊँगी;
दुनिया भर की करता सैर; धरती
Your Comment
Login
Your Comment