गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौबहार चले; चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले! होली मुबारक!

मक्की की रोटी निम्बू का अचार! सूरज की किरणें अपनों का प्यार! मुबारक हो आपको होली का त्यौहार!

पिचकारी की धार गुलाल की बौछार; अपनों का प्यार यही है होली का त्यौहार। होली की आपको शुभ कामनाएं।

लाल गुलाबी नीला और पीला; हाथों में लिया समेट; होली की दिन रंगेगे सजनी; करके मीठी भेंट। होली मुबारक।

कबीर ने कहा है! कल करे सों आज कर आज करे सों अब! नेटवर्क कल रहे न रहे फिर एस एम् एस करेगा कब! होली मुबारक हो!

बसंत ऋतु की बहार चली पिचकारी उड़ा गुलाल; रंग बरसे नीला हरा पीला और लाल; मुबारक हो आपको होली का यह त्यौहार!

खाके गुजिया पी के भंग; लगा के थोड़ा थोड़ा सा रंग; बजा के ढोलक और मृदंग; खेलें होली हम तेरे संग। होली मुबारक।

पिचकारी की धार गुलाल की बौछार अपनों का प्यार यही है होली का त्यौहार! होली की आपको हार्दिक शुभकामनायें!

खा के गुजिया पी के भंग; लगा के थोड़ा थोड़ा सा रंग; बजा के ढोलक और मृदंग; आओ खेले होली हम एक - दूजे संग। होली मुबारक!

लगा चुनरी में दाग छुपाऊं कैसे? लगा चुनरी में दाग छुपाऊं कैसे; अरे छुपाती क्यों हो? सर्फ़ एक्सेल (Surf Excel) है ना। शुभ होली!

रंग उड़ाये पिचकारी रंग से रंग जाये दुनिया सारी होली के रंग आपके जीवन को रंग दें ये शुभकामना है हमारी। शुभ होली।

प्यार के रंग से भरो पिचकारी; स्नेह से रंग दो दुनिया सारी; ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली; आप सभी को मुबारक हो होली।

आज की होली में आपके सब दुःख दर्द जल जायें; और कल की रंगपंचमी के सारे रंग आपके जीवन को खुशियों से भर जायें। शुभ होली!

पूर्णिमा का चाँद रंगों की डोली; चाँद से उसकी चांदनी बोली; खुशियों से भरे आपकी झोली; मुबारक हो आपको रंग-बिरंगी होली!

पूर्णमाशी का चाँद; चाँद से उसकी चांदनी बोली; खुशियों से भरे आपकी झोली; मुबारक हो आपको यह प्यारी होली। होली मुबारक हो!