तेरी नफरत में वो दम कहाँ
जो मेरी चाहत को कम कर दे

कुछ तो बेवफाई मुझमे भी है
जिंदा हुँ मे तेरे बगैर

काफिला खुशबू का गुजरा है
तुम कहीं आस पास हो शायद

वोह जो तेरा कुछ नहीं लगता
तुझ बिन परेशान रहता है

बच्चे जब बड़े हो जाते है
बाप के सर पर खड़े हो जाते है

मुद्दतो बाद उस लापरवाह ने, हाल पूछ के बेहाल कर दिया..

मेरी नीँदे उड़ाने वाले . . . .
अब तेरे ख्वाब कौन देखेगा .

लो मैं आँखों पर हाथ रखता हूँ
तुम अचानक कही से आ जाओ

दिल मेरा कूछ टूटा हुआ सा है
उससे कूछ रुठा हुआ सा है

मन्या की ह्ले यार तेरा STAR नी
थोडी मोटी att ता करा लैने आ

सुनो तुम भी तो कभी आओ
हर रोज़ अपनी याद भेज देते हो बस

हम जिसे अपना चाँद कहते थे उसने तारे दिखा दिए दिन में

जाने क्या सोचकर नहीं गुजरा
एक पल रातभर नहीं गुजरा

एक बार खुदा की होकर तो देख
फिर जानेगी तू अपना हुनर ...!!!

जब भी होती है गुफ्तगु खुद से
तेरा जिक्र जरूर आता है